October 19, 2024

जल्द भाजपा का दामन थाम सकते हैं भगवान वाल्मीकि उत्सव के पंजाब प्रधान विपन सभ्रवाल!
बदल सकते हैं चुनावी समीकरण, अटवाल को हो सकता है सीधा फायदा

द पंजाब रिपोर्ट जालंधर, सुनीता :- लोकसभा उपचुनाव से पहले चल रही राजनीतिक उठापटक में अब एक और बड़ा राजनीतिक धमाका होने जा रहा है। विधानसभा चुनावों में अपने अकेले दम पर ही गुमनाम चेहरे रमन अरोड़ा को विधायक की कुर्सी दिलवाने वाले आप नेता, भगवान वाल्मीकि उत्सव कमेटी के पंजाब प्रधान और पंजाब के बड़े समाज सेवक विपन सभ्रवाल आम आदमी पार्टी छोड़कर जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं!

उनके साथ गत निगम चुनावों में बिना किसी राजनीतिक पार्टी के नाम के चुनाव लड़ कर शहर भर में अपनी धाक जमाने वाले चेतन हांडा भी भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे हैं। विपन सभ्रवाल और चेतन हांडा के भाजपा में शामिल होने के बाद राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। भाजपा के प्रत्याशी इंदर इकबाल सिंह अटवाल को सीधा फायदा पहुंच सकता है। वहीं आप प्रत्याशी सुशील रिंकू को चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ सकता है। विपन सभ्रवाल ने विधानसभा चुनावों में रमन अरोड़ा को अप्रत्याशित जीत दिलवाई थी। रमन अरोड़ा को आम आदमी पार्टी की तरफ से जीतना तो दूर टिकट भी नहीं मिल पा रही थी। विपन सभ्रवाल ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से बात कर उनको ना सिर्फ टिकट दिलवाई बल्कि एक बड़ी जीत भी दिलवाई थी। यही नहीं बलकार सिंह को भी जिताने में विपन सभ्रवाल का बड़ा योगदान रहा था।

आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इसके चलते चेतन हांडा और विपन सभ्रवाल की पीठ थपथपाई थी। बीते कुछ समय से विपन सभ्रवाल आम आदमी पार्टी की नीतियों से खफा चल रहे थे। जानकारी के मुताबिक जल्द ही भाजपा का कोई बड़ा नेता विपन और चेतन को भगवा पहनाकर अटवाल की जीत पर मुहर लगा सकता है

50,000 से ज्यादा वोट हैं विपिन सभ्रवाल के पास
भगवान वाल्मीकि शोभायात्रा और अमृतसर में भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थान के लिए यात्रा निकालने वाले भगवान वाल्मीकि उत्सव समिति के प्रधान विपन सभ्रवाल और उनके साथी चेतन हांडा एक लाख से ज्यादा वोट प्रभावित करने का दम रखते हैं। शोभा यात्रा के दौरान उनके मंच पर राजनीति से जुड़ा हर आदमी आने को लालायित रहता है। वहीं अमृतसर में भगवान वाल्मीकि तीर्थ के लिए पांच सौ से ज्यादा बसें यात्रियों से भरकर भेजने वाले विपन सभ्रवाल शहर की किसी भी सीट को जिताने या हराने की क्षमता रखते हैं। विधायक चुनाव से पहले एक पूरा मंच आम आदमी पार्टी को समर्पित किया था। उस वक्त पंजाब भारतीय आम आदमी पार्टी के बड़े नेता पहुंचे थे और मनूष सिसौदिया ने विपन सभ्रवाल से जिताने की मांग कर डाली थी। यदि विपन और चेतन भाजपा का दामन थाम लेते हैं तो आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा धक्का लगेगा।

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