(द पंजाब रिपोर्ट जालंधर) :- श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में 63वे वार्षिक श्री हरिनाम संकीर्तन सम्मेलन के तीसरे दिन की रात्रि की सभा की अध्यक्षता अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़ीय मठ के वर्तमान आचार्य त्रिदंडी स्वामी श्रीमद् भक्ति विचार विष्णु महाराज जी ने की । हरि नाम संकीर्तन का शुभारंभ बहुत ही मधुर संकीर्तन द्वारा किया गया। कन्हैया की मुरली की धुन पर नाचे ब्रज ग्वाल और जय राधे राधे श्री राधे राधे भजन द्वारा सभी आए हुए भक्त बहुत आनंदित हुए।
मंदिर के महासचिव राजेश शर्मा ने नगर संकीर्तन की सफलता से पूर्ण होने पर मंदिर के सभी भक्तों को बधाई दी। उन्होंने रामचरित्रमानस में लिखित एक दोहे का संवाद करते हुए कहा की भगवान की कृपा के बिना सदगुरु l की कृपा नहीं मिलती है और सदगुरु की कृपा के बिना भगवान के दर्शन नहीं होते । इसलिए जीव को निष्कपट होकर भगवान को पुकारना चाहिए और वैश्णवों द्वारा रचित कीर्तन करना चाहिए।
त्रिदंडी स्वामी भक्ति शोध जितेंद्रिय महाराज ने कहा कि नगर संकीर्तन में जाने से और शुद्ध भक्तों के पीछे पीछे भगवान का नाम संकीर्तन करने से भगवान बहुत जल्दी प्रसन्न होते है।
त्रिदंडी स्वामी श्रीमद् भक्ति विचार विष्णु महाराज जी ने कहा कि हम जो भी भक्ति की क्रिया करते हैं जैसे नगर संकीर्तन में जाना, भगवान को भोग लगाना, इत्यादि ,इन सब क्रियाओं का परिणाम शत प्रतिशत है । इसका हम अनुमान तभी लगा सकते हैं, जब हम पूर्ण रूप से गुरु जी और राधा माधव जी के प्रति निष्कपट भाव से समर्पण होंगे।
सम्मेलन में मायापुर से नारायण महाराज, कोलकाता से रामचंद्र प्रभु, अमरेंद्र प्रभु, ऋषिकेश प्रभु, इत्यादि भी शामिल हुए। शैली चढ़ा काउंसलर, केवल कृष्ण, रेवती रमन गुप्ता, अमित चड्ढा, राजेश शर्मा, अजीत तलवार, टी एल गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, राममिलन पांडे, ओम भंडारी, अजय अग्रवाल, राजीव ढींगरा, देवेंद्र शर्मा, देवेंद्र बागड़ी, नरेंद्र कालिया, गगन अरोड़ा, विजय सागड़, सन्नी दुआ, मिंटू कश्यप, हेमंत थापर, मनोज कौशल, अंबरीश कश्यप, जगन्नाथ शर्मा, अरुण गुप्ता, नरेंद्र कालिया, अकाश मल्होत्रा, विशाल ठुकराल, राजन गुप्ता, दीपक चोपड़ा, प्रेम चोपड़ा, करतार सिंह, गुरविंदर, संजीव खन्ना, केशव अग्रवाल, ललित अरोड़ा व अन्य सभी उपथित थे।