द पंजाब रिपोर्ट जालंधर :- डीएवी कॉलेज जालंधर में रसायन विज्ञान विभाग और वनस्पति विज्ञान विभाग ने विश्व ओजोन दिवस मनाया। पावरपॉइंट प्रस्तुति और नारा लेखन की श्रेणियों में दो प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। दिन के मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार थे। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अमनदीप कौर (प्रभारी, एस.एस. भटनागर केमिकल सोसाइटी) ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने ओजोन को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों की स्थिरता और चरणबद्ध तरीके से उन्मूलन पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को ओजोन परत क्षरण की रोकथाम के लिए अपनाई जा रही उन्नत तकनीक से अवगत कराया। उन्होंने सहयोग के लिए रसायन विज्ञान और वनस्पति विज्ञान विभागों के संकाय सदस्यों और छात्रों की भागीदारी के प्रयासों की सराहना की।
प्रतियोगिताओं में विभिन्न विषयों (मेडिकल, नॉन-मेडिकल, बायोटेक्नोलॉजी, जूलॉजी और कॉमर्स) के स्नातकोत्तर और स्नातकोत्तर कक्षाओं के लगभग 50 छात्रों ने भाग लिया। छात्रों ने ओजोन के इतिहास और रसायन विज्ञान, कमी के कारण, ओजोन परत की सुरक्षा और रोकथाम, ओजोन छिद्र, मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल आदि के बारे में बताया। उप-प्राचार्य प्रो अर्चना ओबेरॉय ने अपनी सौम्य उपस्थिति से छात्रों को आशीर्वाद दिया और उन्हें सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। बॉटनी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कोमल अरोड़ा ने अपने संबोधन में छात्रों को अपनी दिनचर्या में पर्यावरण-अनुकूल जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया ताकि पर्यावरण जागरूकता फैलाने में संस्था द्वारा किए गए सभी प्रयास सार्थक साबित हों। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छात्रों को धन्यवाद दिया और समय प्रबंधन की कला सीखने पर जोर दिया ताकि वे शैक्षणिक और पाठ्येतर गतिविधियों के बीच संतुलन आसानी से हासिल कर सकें।
रसायन विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो शीतल अग्रवाल ने ओजोन दिवस के महत्व पर जोर दिया और छात्रों और कर्मचारियों को पर्यावरण के लिए जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को समय-समय पर पाठ्य सहगामी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। नारा लेखन प्रतियोगिता का निर्णायक डॉ. पूजा धीर और डॉ. सपना शर्मा द्वारा किया गया। डॉ. लवलीन और डॉ. सवनीत कौर पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता के निर्णायक थे। नारा लेखन में प्रथम पुरस्कार-राधिका शर्मा (एम.एससी. जूलॉजी, सेमेस्टर- I), द्वितीय पुरस्कार – राधिका (बी.एससी. मेड, सेमेस्टर- I), तीसरा पुरस्कार – अंजलि (बी.एससी. नॉन-मेड, सेमेस्टर-III) ने हासिल किया।
पावरप्वाइंट प्रस्तुति में प्रथम पुरस्कार आर्यन (बीबीए, सेमेस्टर I), दूसरा पुरस्कार मर्सी और तान्या (बी.एससी. मेड, सेम V), तीसरा पुरस्कार – मुस्कान और प्रकुल (बी.एससी. मेड, सेम V) ने हासिल किया। सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर उनके प्रयासों की सराहना की गई।
अंत में डॉ. सपना शर्मा (प्रभारी, कश्यप बायोलॉजिकल सोसायटी) ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रो. सोनिका (अंग्रेजी विभाग), डॉ. सीमा शर्मा और प्रो. रंजीता (गणित विभाग), प्रो. तनु महाजन, डॉ. लवलीन, डॉ. पूजा धीर, डॉ. सवनीत, डॉ. ईशा बहल, डॉ. सोनिका आरती और डॉ. शिल्पा सेतिया उपस्थित रहे।