October 19, 2024

कहा, अधिकांश विधायकों से आम जनता के साथ-साथ खेल उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है

द पंजाब रिपोर्ट जालंधर, लुधियाना :- जस्ट की बढ़ी हुई दोस्ती से प्रभावित जालंधर के खेल संस्थान को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है क्योंकि जालंधर संसदीय क्षेत्र से सदस्य सुशील कुमार रिंकू ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री के एचएसएन कोड से संबंधित दलालों के लिए 18 प्रतिशत से लेकर 5 प्रतिशत तक के पोर्टफोलियो को शामिल किया है। रिंकू ने कहा कि पहले इन धर्मशालाओं पर 5 प्रतिशत की छूट दी गई थी, लेकिन बाद में केंद्र सरकार ने इसे 18 प्रतिशत कर दिया, जिससे पूरे देश में प्रसिद्ध ज़ाहिलों की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पर संकट खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि खेल उद्योग से बाहर निकलने के लिए व्यापार जगत को न्यायसंगत बनाने के लिए समय की मांग की गई है, इसलिए उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री को छात्रों की सूची से संबंधित बताया है।

उल्लेखनीय है कि नोबेल सुशील कुमार रिंकू ने सितंबर माह में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के कार्मिकों से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने जालंधर के स्पोर्ट्स इंडस्ट्री की समस्या को लेकर चर्चा की थी और खेल उद्योग पर हीरा कम करने की बात कही थी। अब सुशील रिंकू ने वित्त मंत्री को करीब 18 फीसदी से कम कीमत पर 5 फीसदी की दर से एचएसएन कोड बेचने का अनुरोध किया है। इन आम लोगों की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले लगभग सभी तरह के खेल उत्पाद शामिल हैं, फिर चाहे वह स्पोर्ट्सवेयर हो, ट्रेवलिंग बैग हों, या खेल से संबंधित सामान हों।

नाबालिग सुशील रिंकू ने कहा कि ज्यादातर खेलों में गुड़िया का इस्तेमाल बच्चों और गरीबों के वर्गों द्वारा किया जाता है और बच्चों और गरीबों के वर्ग में वृद्धि से ये सभी वर्ग सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि यहां स्पोर्ट्स का ज्यादातर सामान-सिलाई बच्चों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।

रिंकू ने कहा कि इन बोर्डो पर पोस्टर गलत है क्योंकि इससे जहां उद्योग प्रभावित होगा, वहीं गरीब वर्ग से संबंधित लोग भी परेशान होंगे। रिंकू ने कहा कि एक तरफ हमारी इंडस्ट्री चीन से आने वाले वाल्स सामान की वजह से पहले ही परेशान है लेकिन अब सरकार द्वारा सोसायटी की दर बढ़ाने से यह चुनौती और बढ़ेगी। हमारी इंडस्ट्रीज़ कैसे चीनी इंस्टीट्यूट्स की प्रतियोगिता, इसलिए जहां पर बिजनेस करना ज़रूरी है, वहीं आम लोगों को भी इससे फ़ायदा होगा। सांसद को उम्मीद है कि इस दिशा में जल्द ही सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे।

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