द पंजाब रिपोर्ट जालंधर, सुनीता :- वार्ड नंबर 1 के अधीन आते न्यू इंदिरा कॉलोनी में इलाका निवासी गंदा पानी पीने को मजबूर है। इस सिलसिले में इलाका निवासियों की ओर से कई बार नगर निगम के उच्च अधिकारियों और वार्ड में तैनात इंचार्ज को फोन पर व लिखित रुप में शिकायतें भी दी गई। लेकिन फिर भी समस्याओं का हल नहीं निकला। कॉलोनी में पिछले 3 दिनों से पीने का पानी नहीं आ रहा था। जिसके बाद जब पानी आना शुरू हुआ तो उसमें सीवरेज का पानी मिला होने से उसमें से दुर्गंध आने लगीं।
जानकारी देते हुए इलाका निवासी शंकर लाल ने बताया कि इंदिरा कॉलोनी में पिछले 3 महीने से पीने के पानी की दिक्कत आ रही है। इस सिलसिले में कई बार सुप्रीडेन अश्वनी गिल, एक्सन अनुराग महाजन, जेई चरणजीत सिंह से फोन पर व उन्हें लिखित रुप में शिकायत भी दी गई। लेकिन हर बार टेंपरेरी तौर पर समस्या का समाधान हुआ। परमानेंट कोई हल नहीं निकाला गया।
निगम में नहीं हुई सुनवाई तो लोगों ने लगवाए प्राइवेट पानी के वाटर कूलर
वहीं इलाका निवासी दीपक ने बताया कि इलाके की 8 गलियों में से सिर्फ चार गलियों में ही पीने का पानी आता है। उनके साइड की जो 4 गालियां है। उनमें पानी नहीं आ रहा है। इस सिलसिले में शिकायत भी दी लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। जब नगर निगम से उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने प्राइवेट पानी के वाटर कूलर मंगवा कर पानी पीना शुरू कर दिया।
सिवरेज सफाई कर्मचारी काम न करने की देते धमकी
अन्य इलाका निवासी फिरोज ने बताया कि उनकी गली में पिछले एक महीने से सिवरेज का पानी खड़ा रहता है। उन्होंने कई बार वार्ड के इंचार्ज तरनप्रीत सिंह को शिकायत भी दी। जिसके बाद टेंपरेरी तौर पर सीवरेज की सफाई की गई,लेकिन परमानेंट कोई हल नहीं निकल गया। जो कर्मचारी सीवरेज की सफाई करने आते थे। वह उल्टा उनके साथ ही बहस कर चले जाते। इसके साथ ही अगर कर्मचारियों के बारे में किसी उच्च अधिकारी से बात करते तो वह काम न करने की धमकी देकर वहां से चले जाते। फिरोज कुमार ने आगे बताया कि बीते दिन वार्ड नंबर 1-2 में आप दी सरकार, आप दे द्वार’ कैंप लगाया गया था। जिसमें उन्होंने इलाके से संबंधित सभी तरह की समस्याओं के बारे में कर्मचारियों को बताया। लेकिन अभी तक उन समस्याओं पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई और ना ही नगर निगम का कोई अधिकारी उनका फोन उठा रहा है।
वार्डों में तैनात इंचार्ज से भी नहीं मिल रहीं मदद
इलाके के वासनिक शेरू ने बताया कि नगर निगम की ओर से सभी वार्डों की समस्याओं को हल करने के लिए इलाके में इंचार्ज तैनात किए गए थे। लेकिन उन इंचार्ज से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली। प्रशासन की ओर से कहा गया था कि पहले कॉल में ही आपको जवाब दिया जाएगा। आपकी समस्याओं का हल किया जाएगा। लेकिन 5 से 6 बार फोन करने पर भी इलाके के इंचार्ज तरनप्रीत सिंह एसडीओ ना तो फोन उठाते हैं। और ना ही बैक कॉल करते हैं। जब कभी वह फोन भी उठा ले तो टेंपरेरी तौर पर समस्याओं का हल करवाया जाता है।