25 जुलाई जालंधर(द पंजाब रिपोर्ट, सुनीता) :- नगर निगम अक्सर सुर्खियों में रहता है चाहे घोटाला हो या रिश्वत। जैसे कि सब जानते है कि जालंधर में LED प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपयों का घोटाला हुआ है। आज पार्षद शैली खन्ना ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि स्मार्ट सिटी LED प्रोजेक्ट की रिपोर्ट आ जाने पर भी किसी भी प्रकार का निर्णय ना लेकर मेयर जगदीश राजा ने सिर्फ पार्षदों के साथ ही नहीं, बल्कि सारे शहर को अंधेरे में रखा। सभी पार्षदों के बार-बार कहने पर भी मेयर राजा ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की और रिपोर्ट नगर निगम कमिश्नर की तरफ धकेलते हुए नजर आए जबकि उन्हें पता था कि कमिश्नर निगम को आए अभी कुछ ही दिन हुए हैं और कार्यवाही के लिए 2 दिन बाद रखी बैठक को दोपहर 2:30 बजे के बाद स्थगित कर दिया।
जिससे प्रोजेक्ट के इंचार्ज रिटायर्ड अधिकारी लखविंदर सिंह और प्रोजेक्ट के मॉडल ऑफिसर निगम के एक्सईएन मनजीत सिंह जोहर को समय मिल गया और वह जालंधर को अलविदा कह गए अब इसका जवाब देगा कौन?
पार्षद खन्ना ने कहा निगम मेयर ने एलईडी प्रोजेक्ट पर ही कम से कम 8-10 मीटिंग की, जिसमें से पांच के करीब मीटिंग पुरानी सरकार के प्रोजेक्ट को रद्द करने और अभी तीन मीटिंग इस घोटाले पर निर्णय लेने के लिए, पर हुआ कुछ भी नहीं।
खन्ना ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के इलावा भी स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 50 के करीब प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं एक प्रोजेक्ट पर ही क्लीन बोल्ड हो चुके मेयर साहब को जल्द से जल्द संज्ञान लेना चाहिए और प्रोजेक्ट रिपोर्ट में हुए घोटाले पर बनती कार्रवाई कर अपना दायित्व निभाना चाहिए ओर जल्द ही कार्यवाही करनी चाहिए। पर ऐसा होगा क्या??